अंतिम नींद


 अंतिम_यात्रा_का_कटु_सत्य 🚩🚩


था मैं नींद में और मुझे इतना सताया जा रहा था!


बड़े प्यार से मुझे नहलाया जा रहा था!


ना जाने था वह कौन सा अजब खेल था मेरे घर में!


बच्चों की तरह मुझे कंधे पर उठाया जा रहा था!


था पास मेरा हर अपना उस वक्त


फिर भी मैं हर किसी के मन से भुलाया जा रहा था


जो कभी देखते भी ना थे मोहब्बत की निगाहों से


उनके दिल से भी प्यार मुझ पर लुटाया जा रहा था


मालूम नहीं क्यों हैरान था हर कोई मुझे सोते हुए देखकर


जोर जोर से रो कर मुझे जगाया जा रहा था


कांप उठी मेरी रूह वह मंजर देख कर


जहां मुझे हमेशा के लिए सुलाया जा रहा था


मोहब्बत की इन्तहा थी उस समय में ,मेरे लिए


उन्हें दिलों के हाथों आज मुझे जलाया जा रहा था


      #चंद_लाइने


इस दुनिया में कोई किसी का हमदर्द नहीं होता


लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पूछते हैं


और कितना वक्त लगेगा


अफसोस मूड मन ,मुद्दत से सो रहा है !


सोचा यह न कि ,घर में अंधेरा हो रहा है !!


84 लाख मंजिल, तय करके मुश्किलों से !


जिस घर को तूने ढूंढा, उस घर को ही खो रहा है !!


यम के दूत घेर जब लेवे, तब क्या धर्म कमाएगा !


राम नाम नहीं गाएगा तो, अंत समय पछिताएगा !!


अब भी करना है जो कर ,क्यों देर आज या कल की है !


तुझको क्या खबर , तेरी जिंदगी कितने पल की है !!

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